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Showing posts from February, 2024

कसेकेरा के लोगों ने आवाज उठाई - पेड़ो की रखवाली हो- जगह जगह हरियाली हो* विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर 5 जून 2025 को कसेकेरा पंचायत भवन, विज्ञान आश्रम कसेकेरा, शासकीय हाई स्कूल, मिडिल स्कूल एवं संकुल कसेकेरा के समस्त प्राथमिक स्कूलों के शिक्षक विद्यार्थियों ने भाग लेकर सैकड़ों की तादात में पौधे लगाए ।

*कसेकेरा के लोगों ने आवाज उठाई - पेड़ो की रखवाली हो- जगह जगह हरियाली हो*  विश्व पर्यावरण दिवस  के अवसर पर 5 जून 2025 को  कसेकेरा  पंचायत भवन, विज्ञान आश्रम कसेकेरा, शासकीय हाई स्कूल, मिडिल स्कूल एवं संकुल कसेकेरा के समस्त प्राथमिक स्कूलों के शिक्षक विद्यार्थियों ने भाग लेकर सैकड़ों की तादात में  पौधे लगाए । उन्होंने मिलकर एकसाथ जोरदार तरीके से आवाज उठाई "पेड़ हैं सांसे पेड़ है जीवन, पेड़ो की रखवाली हो, जंगल जंगल नाच उठे और जगह जगह हरियाली हो ".  ग्राम पंचायत सरपंच  राकेश साहू के नेतृत्व मे पंचायत भवन मे उप सरपंच बल्ला ठाकुर के साथ पंचायत प्रतिनिधियों ने  पांच - पांच पौधे रोप कर गांव की हरियाली से खुशहाली के लिए घर घर पौधे  लगाने एवं कसेकेरा पहाड़ी  पर हरियाली लाने के साथ वन्य जीवो  की सुरक्षा का संकल्प लिया। विज्ञान आश्रम कसेकेरा के संचालक सेवानिवृत अपर कलेक्टर विश्वास मेश्राम ने  बच्चो के साथ वाटर हार्वेस्टिंग पौंड मे  पांच पौधे रोपकर वृक्षरोपण की शुरुवात की ।  इस अवसर पर धरती माँ के सम्मान के लिए...

यह मामला महासमुंद विकासखंड के ग्राम पंचायत बोडरा का है। ग्राम पंचायत के सचिव से ग्रामीण परेशान हो चुके हैं, जिसको लेकर उन्होंने मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं एसडीएम को आवेदन दिया है।

 पटेवा 15 फरवरी। ग्राम पंचायत सचिव की मनमाने तरीके से काम एवं दुर्व्यवहार करने के कारण बोडरा पंचायत के पांचों एवं लगभग 80 ग्रामीण शिकायत करने एसडीएम कार्यालय एवं महासमुंद जनपद कार्यालय  पहुंचे। सचिव अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहा है इनके मनमाने रवैये से परेशान ग्रामीणों ने बताया कि सचिव बहुत कम समय के लिए कभी-कभी ग्राम पंचायत में आते हैं। कोई काम लेकर जाने पर वह आनाकानी करने के साथ ही हितग्राहियों को बार- बार एक ही काम के लिए चक्कर कटवाते हैं। यह मामला महासमुंद विकासखंड के ग्राम पंचायत बोडरा का है। ग्राम पंचायत के सचिव से ग्रामीण परेशान हो चुके हैं, जिसको लेकर उन्होंने मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं एसडीएम को आवेदन दिया है। पंचायत सचिव के तानाशाह रवैये के कारण पंचायत में होने वाले विकास कार्य भी रुके हुए हैं। इसके कारण ग्रामीणों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। पंचायत कार्यालय से नदारद रहते हैं सचिव ग्रामीणों ने बताया कि सचिव से जाति प्रमाण संबंधी कार्य के लिए इनके घर का दौंड लगाना पड़ता है। प्रशासन के द्वारा पंचायत सचिव को तत्काल हटाकर दूसरा सचिव नहीं भेजा   गया तो आं...