सर्व आदिसवी समाज और वीर गुण्डा धुर युवा शक्ति के सयुक्त तत्वधान में ग्राम जामली में विश्व मूलनिवासी दिवस बहुत ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया


 सर्व आदिसवी समाज और वीर गुण्डा धुर युवा शक्ति  के सयुक्त तत्वधान में ग्राम जामली में विश्व मूलनिवासी दिवस बहुत ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया जिसने सबसे पहले कार्यक्रम का सुभारंभ अपने अराध्य देव परम शक्ति बड़ादेव की पुजा आरती कर किया गया तत्पश्चात पुरा गांव में सिंग बाजा गाजा के साथ आर्थिक ,सामाजिक, शैक्षणिक, जागरूकता और अपने आकर्षक वेष भूषा के साथ कलश यात्रा व रैली निकाली गई , उसके बाद समस्त आए हुऐ अतिथियों का स्वागत पीला चावल लगा कर किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तीरू. यशवंत सोरी जी (अध्यक्ष खल्लारी राज 18 गढ़), तीरु .

टिकेश जगत जी ( सहसचिव खल्लारी राज 18 गढ़), तिरु. रेवती जगत ( सचिव महिला प्रभाग केंद्रीय समिति 18 गढ़), तिरु. जमीन सोरी (सामाजिक कार्यकर्ता), तिरु. रोहित जगत जी, मुरत ध्रुव जी (अध्यक्ष पड़कीपाली परिक्षेत्र), चोवा राम ध्रुव, रामजी नेताम (अध्यक्ष खम्हरिया सर्कल), अर्जुन सोरी, रहे और साथ मे सर्व आदिवासी समाज के समस्त सदस्य गण उपस्थित रहे श्याम लाल जगत, सोहन दीवान, टेकराम जगत, केशव दिवान, धनसिंग नेताम, सुंदर ध्रुव, फिरंता ध्रुव, जक्तु दिवान, चिंता राम, भगवान सिंह दीवान, टीकम दीवान, चरण जगत, सितेन्द्र मरई, सूर्यकांत छेदैहा, देवनारायण जगत,  इंद्र कुमार, नरेश जगत, अगेश्वर ठाकुर, और समस्त ग्रामवासी जामली सहयोग प्रदान किया!!

Comments

Popular posts from this blog

महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक - सरोजनी आदित्य द्वारा सेक्टर- कसेकेरा के पंचायत टोंगोपानीकला में पोषण माह अंतर्गत पोषण जागरूकता कार्यक्रम व वजन त्योहार का आयोजन किया गया।जिसमे जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री अजय साहू सर जी मुख्य अतिथि के रूप मे शामिल हुए। साथ ही समुदाय के जन प्रतिनिधि, आ. बा. कार्यकर्ता- बालकुंवर ठाकुर ग्राम टोंगपानी कला, मितानीन, व, ग्राम के हितग्राही समूह तथा अन्य सदस्य उपस्थित थे।

महासमुंद। बागबाहरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत टोगोंपानीकला पंचायत के आश्रित ग्राम खलियापानी में ग्रामीणों ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। ग्रामीणों ने

हसदेव बनता जा रहा है परसाही दादर, धरमपुर। आदिवासी परिवारों को वर्षों से नहीं मिल रहा न्याय और अधिकार* - *अजय ध्रुव*➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖*महासमुंद/27 अक्टूबर 2024* *अनंतकाल से आदिवासी समाज जंगलों के बीच रहकर जल - जंगल और जमीन की रक्षा करते हुए प्रकृति की गोद में अपनी बोली - भाषा , परम्परा और संस्कृति को संरंक्षित कर अपना जीवकोपार्जन करते आ रहे हैं ।